जरुरत एवं होश से खरीदारी
क्या आप खरीदारी करने जा रहें है | जरुरत एवं होश से खरीदारी क्या आप खरीदारी करने जा रहें है , अगर हां तो रुकिए जरा सोचिए आप क्या खरीदना चाह रहे है ,और उसका आप के लिए क्या उपयोग है | अगर आ ख़रीदने जा रहें तो अच्छा लें जो कुछ वर्षो तक चले | उदाहरण के लिए अगर जैकेट लेना है तो ऐसा ले जो कुछ साल चले , महगा हो तो हो | सस्ता लेने से हर साल खरीदना न हो | जो भी लेना है अपने पसंद से अपने जरुरत के अनुसार | | हम लोग बहुत ज्यादा खरीदारी करते है | जिस सामान का जरुरत नहीं भी है वो भी खरीद लेते है | खरीदारी बिना सोचे समझे देखा देखी में खरीद लेते है | मॅहगा सामान और ज्यादा समान खरीदना इज्जत की बात समझी जाती है | यह सामाजिक प्रतिष्ठा का पैमाना है | हम जरुरत के लिए नहीं , दिखावे के लिए खरीदते है | इस बात को ठीक से समझना...