हिंदी |२६ जनवरी को क्यों |गणतंत्र दिवस |
राष्ट्रयीय ध्वज फूलों के साथ
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस कब
इस वर्ष २६ जनवरी को हम लोग ७२ वां गणतंत्र दिवस मनायेगे | इसी दिन (२६ जनवरी )१९५० में भारत का संविधान संपूर्ण देश में लागु हुआ और देश एक सार्वभौम गणतंत्र देश हो गया | इसके पहले हमारा देश अंग्रेजो द्वारा शाषित देश था |
गणतंत्र दिवस क्यों
१ ५ अगस्त १९४७ को देश स्वतंत्र हुआ ,उस समय हमारा संविधान नहीं था | २ ९ अगस्त १९४७ को संविधान बनाने के लिए एक समिति बनाई गई | डॉ भीम राव अंबेदकर को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया | समिति ने संविधान का प्रारूप ४ नवंबर १९४७ को कोंस्टीटूएंट कमिटी को सौंप दिया | गहन विचार विमर्श और कुछ बदलाव के बाद कोंस्टीटूएंट कमिटी के ३०८ सदस्यों ने २४ जनवरी १९५० को अपनी मंजूरी दी और २६ जनवरी को भारत का संविधान संपूर्ण देश में लागु हो गया |
गणतंत्र दिवस किस तरह मनाया जाता है ?
संपूर्ण देश में गणतंत्र दिवस बहुत ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है | इस दिन राष्ट्रीय अवकाश होता है | सरकारी भवनों ,स्कूल ,कॉलेज में झंडा फहराया जाता है और राष्ट्रयी गीत गाकर राष्ट्रयीय ध्वज को सलामी दी जाती है | प्रतिष्ठ लोगों द्वारा भाषण दिया जाता है और अपने अपने विचार प्रकट किए जाते है |
बाद में कई तरह के रंगा रंग कार्यक्रम का आयोजन होता है | शाम ६ बजे राष्ट्रयीय ध्वज को सलामी देने के बाद उतार कर इज़्ज़त के साथ सही तरह से रख दिया जाता है |
देश की राजधानी में २६ जनवरी को भारत के राष्ट्रपति के द्वारा झण्डोतोल किया जाता है | राज्य के राजधानी में २६ जनवरी को राज्यपाल के द्वारा झण्डोतोल किया जाता है |
गणतंत्र दिवस २६ जनवरी को क्यों?
२६ जनवरी १९२९ को देश में पूर्ण स्वराज घोषित हुआ था इसी कारण से २६ जनवरी को ही संविधान संपूर्ण देश में लागु किया गया है |
गणतंत्र दिवस का समापन कैसे ?
सरकारी तौर पर २९ जनवरी को 'बीटिंग दी रिट्रीट' के बाद शाम ६ बजे राष्ट्रयीय ध्वज को सलामी देने के बाद गणतंत्र दिवस का उत्सव सामाप्त किया जाता है |
गणतंत्र दिवस की हाार्दिक शुभकमनायें |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें