नव वर्ष 2023 |कब | क्यों | कइसे |

 

नव वर्ष २०२३ की हार्दिक शुभकामनाऍ |HAPPY NEW YEAR

                                 

                                                        नव वर्ष कब  |  क्यों | कइसे | 


  • परिचय 
  • नव वर्ष कब मनाया जाता है
  • नव वर्ष का इतिहास
  • नव वर्ष किस तरह मनाते 
  • नव वर्ष का महत्ब
नव वर्ष मनाने में सावधानियाँ 

परिचय : पुरे संसार में एक जनवरी को नव वर्ष के रूप में मानाया जाता हैं | नव वर्ष विभिन्न स्थानो  पर अलग अलग तरह से मानाया जाता हैं | पुरे संसार में एक जनवरी को उत्साह एवं उमंग के साथ एक उत्सव के रूप में  मानाया जाता है| नव वर्ष का उत्सव संसार के सबसे पुराने उत्सवों में एक है |  

                               नव वर्ष कब मनाया जाता है ?

पुरे संसार में एक जनवरी को नव वर्ष के रूप में मानाया जाता हैं  | एक जनवरी ईसाई  नव वर्ष है जिसे पूरी दुनिआ में मानाया जाता हैं | इसके अलावा हर धर्म का अपना नव वर्ष का दिवस होता है , जिसे उस धर्म को मानने वाले मनाते है | उदहारण के लिए  हिन्दू नव वर्ष  चैत्र  माह के शुक्ल प्रतिपदा को मानाया जाता हैं | 

मारवाड़ी ,गुजरती एवं जैन धर्मो का नव वर्ष दीपावली के दूसरे दिन मानाया जाता हैं | 

दूसरे देशों में भी जैसे चीन,पाकिस्तान में भी नव वर्ष  अन्य दिन भी मनाते है |  

जूलियन कैलेंडर के अनुसार रात्रि बारह बजे से तारीख बदल जाता है | इस कारण से  नव वर्ष ,पिछले वर्ष के अंतिम दिन  -३ १  दिसंबर  के मध्य रात्रि से शुरू हो जाता है |  उसी वक्त से नव वर्ष मनाना शुरू होता है ,जो अगले वर्ष यानि एक जनवरी के दिन रात तक चलता है | रात से ही जश्न का दौर चालू हो जाता है | 

 

                                   नव वर्ष का इतिहास 

नया वर्ष का उत्सव चार हजार वर्ष पहले से 'बेबीलोन 'में मनाये जाने का सबूत है | उस समय नव वर्ष का उत्सव २१ मार्च को मनाया जाता था | इस दिन वसंत ऋतू का आगमन होता है | 
रोम के शासक जूलियस  सीज़र ने उस समय के विद्वानों के सहमति से ईसा पूर्व ४५ वें वर्ष में जूलियन कैलेंडर लागु किया | उसी समय से एक जनवरी को नया साल मनाने का प्रचलन प्रारम्भ हुआ |  

                            नव वर्ष किस तरह मनाते 

पिछले वर्ष के अंतिम दिन  -३ १  दिसंबर  के मध्य रात्रि से शुरू हो जाता है |  उसी वक्त से नव वर्ष मनाना शुरू होता है ,जो अगले वर्ष यानि एक जनवरी के दिन रात तक चलता है | रात से ही जश्न का दौर चालू हो जाता है | 
पिछले वर्ष को अलविदा कह कर नव वर्ष का स्वागत जश्न मना करते हैं | 
नव वर्ष के दिन लोग अपने परिवार एवं मित्रों के साथ मनाते है | लोग अपने परिवार एवं मित्रों के साथ रहना चाहते है | उस दिन ,दिन में लोग  पिकनीक मनाने घर से बाहर जाते है |  पिकनीक मनाई जाती है | लोग टूरिस्ट प्लेस पर जाते है ,उस दिन को यादगार बनाने का हर संभव प्रयास करते है | नाच गाने का प्रोग्राम होता है | 
किसे भी उत्सव में स्वादिष्ट भोजन का बहुत महत्व होता है | इस में भी लोग बिभिन्न प्रकार के भोजन का स्वाद लेते है | कई लोग घर में रह कर ही नव वर्ष का जश्न मनाते है |तो कुछ लोग होटलों में  जश्न मनाते है| 
कुछ लोग अपने आस्था के अनुसार मंदिर ,गुरुद्वारा ,चर्च, मस्जिद में आशिर्बाद प्राप्त करने जाते है | सभी लोग अपने बड़ो का  आशिर्बाद प्राप्त  करते है | 
इस दिन लोग घर कीऔर उसके आस पास  साफ सफाई करते है | घर को बिजली बत्ती से सजाते है | लोग नया वस्त्र धारण करते हैं | और अपना 'लुक' भी ठीक करते हैं | कुछ लोग अपना लच्छ बनाते है ,उसको पूरा करने का संकल्प लेते है | 
कुछ लोग पटाखे भी छोड़ते हैं |  

                                      नव वर्ष का महत्ब

नव वर्ष में लोग आपसी मतभेद भूल कर नव वर्ष की शुभ कामनाएँ देते है ,जिससे परस्पर सदभावना विकसित होती है | लोग घर के और मित्रो के साथ रहते हैं तो रिश्ते पहले से ज्यादा मजबूत होते है |इस दिन परस्पर उपहार का आदान प्रदान होता है|   

नव वर्ष के दिन और उसके पहले  खाद्य पदार्थ ,कपड़ों इत्यादि का बहुत व्यापार होता है | पर्यटन को प्रोत्साहन मिलता है ,जिससे कई लोगो को रोजगार मिलता है |   व्यापारिओं के लिए  नव वर्ष का दिन का बहुत महत्ब होता है | 

इस दिन आतिशबाजी करने का रिवाज है | कुछ लोग पटाखे भी छोड़े जाते है ,जिससे बायु प्रदुषण होता है ,साथ ही  साथ दुर्घटना होने की संभावना भी होती है | पिकनिक स्पॉट पे ज्यादा लोग जमा होने से कभी कभी लड़ाई मार पीट हो जाती है | कुछ लोग शराब का सेवन करते है ,जिससे अशोभनीय घटना हो जाती है | कानून व्यवस्था का समस्या हो जाती है  

                           नव वर्ष मनाने में सावधानियाँ 

    किसी और दिन की तरह हि ,नव वर्ष में पटाखे नहीं चलाना चाहिए ,जिससे वायु प्रदुषण न हो | 
    वैसे तो शराब का सेवन कभी नहीं करना चाहिए,खास कर  सार्वजनिक स्थानों पर  तो एकदम नहीं करना चाहिए| आपसी लड़ाई से बचना लड़ाई चाहिए| जैसा की हम लोग जानते है की कोरोना के फ़ैलाने का डर है ,अतः कोरोना गाइड लाइन के अनुरूप आचरण करना है | 

             नव वर्ष का आगमन होने वाला है। तो आइए  कोरोना गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए हम लोग भी नव वर्ष मनाते हैं | 

                    आप सभी को नव वर्ष २०२३ की हार्दिक शुभकामनाऍ | 
नव वर्ष २०२३ की हार्दिक शुभकामनाऍ 


 


 

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